तीन आदतें स्मार्टफोन एडिक्शन से बचाती हैं
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में साइकियाट्री और बिहेवियरल साइंस की प्रोफेसर डॉ. अन्ना लेम्बके के अनुसार लोग फोन के प्रति एडिक्ट हो सकते हैं। इसके लिए मुख्य रूप से तीन बातें जिम्मेदार हैं। नियंत्रण: किसी चीज का उपयोग अथवा ऐसा व्यवहार (जैसे कि जुआ) जो आपके नियंत्रण से
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तीन आदतें स्मार्टफोन एडिक्शन से बचाती हैं |
बाहर हो जाता है। बाध्यता: जब दिमाग सोचे बिना ही किसी कार्य अथवा व्यवहार को करने के लिए अपने आप सक्रिय होने लगे तो समझिए, लत लग चुकी है। निरंतरताः नकारात्मक सामाजिक, शारीरिक और मानसिक परिणामों के बावजूद आप उस वस्तु का उपयोग अथवा व्यवहार जारी रखें।
1. 'स्क्रीन फास्ट' : केवल फोन स्क्रीन ही नहीं बल्कि सभी तरह की स्क्रीन का उपयोग कुछ समय (जैसे कि सप्ताह में एक दिन या 12 घंटे) के लिए बंद करें। इससे इंसोम्निया, अवसाद, एंग्जाइटी कम होगी। ज्यादा तरोताजा और ऊर्जावान महसूस करेंगे।
2. फ़ोन के लिए तय करें नियम: न्यूयॉर्क विवि के अनुसार फोन के उपयोग के लिए कुछ नियम बनाए। जैसे खाते समय फोन का उपयोग न करें। फोन को बेडरूम के बाहर रखें या फिर काम के पहले या काम के बाद फोन का उपयोग न करें।
3. इसे बनाएं कम अट्रैक्टिव: फोन को ऐसा रखें कि वह बहुत अट्रैक्ट ने करे। उसकी स्क्रीन को ग्रे-स्केल में बदल लें। फोन पर ऐप्स को री-अरेंज करते रहें ताकि उन्हें ढूंढने में समय लगे। जिससे बार-बार चेकिंग और री-चेकिंग की आदत न पड़े।
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